आजकल Google ऐसी कंपनी बन गई है जिसके बिना हमारा काम चलना मुश्किल है। चाहे कुछ ढूंढना हो, ईमेल भेजना हो, वीडियो देखना हो या रास्ता पता करना हो, हम हर दिन गूगल की सेवाओं का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये इतनी बड़ी कंपनी कितना पैसा कमाती है? और ये पैसा कहां से आता है? इस ब्लॉग में हम इसी बारे में आसान भाषा में जानेंगे।
गूगल की कमाई:
Google, जिसकी असली कंपनी का नाम अल्फाबेट है, एक ऐसी कंपनी है जिसके शेयर बाजार में बिकते हैं, इसलिए इसकी कमाई की जानकारी सबको मिलती है। नए आंकड़ों के हिसाब से, गूगल हर साल अरबों डॉलर कमाता है। अगर हम 2024 के पूरे साल की बात करें तो अल्फाबेट ने लगभग 350 अरब अमेरिकी डॉलर कमाए, जो पिछली बार से काफी ज्यादा है।
ये आंकड़ा बहुत बड़ा है, लेकिन ये समझना जरूरी है कि गूगल इतना पैसा कैसे कमाता है। उसके कमाई के कई तरीके हैं, जिनमें से कुछ में बहुत ज्यादा पैसा आता है और कुछ में कम।
Google की कमाई के मुख्य तरीके:
- विज्ञापन: गूगल सबसे ज्यादा पैसा विज्ञापन से कमाता है। जब आप Google पर कुछ खोजते हैं, तो आपको नतीजों के ऊपर और नीचे कुछ विज्ञापन दिखते हैं। ये विज्ञापन उन कंपनियों के होते हैं जो अपने सामान या सेवाओं को उन लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं
जो उनसे जुड़ी चीजें ढूंढ रहे हैं। गूगल का विज्ञापन दिखाने वाला सिस्टम, जिसे पहले गूगल एडवर्ड्स और अब गूगल एड्स कहते हैं, दुनिया का सबसे बड़ा विज्ञापन सिस्टम है।
ये कंपनियों को अलग-अलग तरह के विज्ञापन दिखाने की सुविधा देता है, जैसे टेक्स्ट वाले विज्ञापन, फोटो वाले विज्ञापन (जो वेबसाइट और ऐप्स पर दिखते हैं), वीडियो विज्ञापन (यूट्यूब पर) और शॉपिंग विज्ञापन।
Google दो तरह से विज्ञापन से पैसे कमाता है:
- हर क्लिक पर पैसा (पे-पर-क्लिक): जब कोई आपके विज्ञापन पर क्लिक करता है, तो विज्ञापन देने वाली कंपनी Google को कुछ पैसे देती है।
- दिखाने पर पैसा (इंप्रेशन-बेस्ड): कुछ विज्ञापनों में, कंपनी गूगल को तब पैसे देती है जब उनका विज्ञापन एक निश्चित संख्या में लोगों को दिखता है (जैसे 1000 बार दिखने पर)।
- यूट्यूब पर दिखने वाले विज्ञापन भी गूगल की विज्ञापन की कमाई का बड़ा हिस्सा हैं। जो लोग यूट्यूब पर वीडियो बनाते हैं, वे अपने वीडियो पर विज्ञापन दिखाकर पैसे कमाते हैं, और गूगल उन विज्ञापनों से होने वाली कमाई का कुछ हिस्सा रखता है।
- गूगल नेटवर्क के साथी: गूगल का एक प्रोग्राम है जिसका नाम है गूगल एडसेंस। ये वेबसाइट वालों और यूट्यूब पर वीडियो बनाने वालों को अपनी वेबसाइटों और वीडियो पर विज्ञापन दिखाकर पैसे कमाने का मौका देता है।
गूगल इन वेबसाइटों और चैनलों पर विज्ञापन दिखाता है और विज्ञापन देने वालों से जो पैसे मिलते हैं, उसका कुछ हिस्सा उन्हें देता है। ये भी गूगल की कमाई का एक बड़ा जरिया है।
- गूगल क्लाउड: क्लाउड कंप्यूटिंग मतलब इंटरनेट पर डेटा स्टोर करना और काम करना। ये गूगल का एक ऐसा बिजनेस है जो बहुत तेजी से बढ़ रहा है। गूगल क्लाउड प्लेटफॉर्म (जीसीपी) कंपनियों को अपना डेटा रखने, कंप्यूटर चलाने और दूसरी आईटी की जरूरतों के लिए इंटरनेट पर सेवाएं देता है।
ये अमेज़ॅन और माइक्रोसॉफ्ट जैसी बड़ी कंपनियों से मुकाबला करता है और गूगल के लिए बहुत जरूरी और बढ़ता हुआ कमाई का जरिया है। गूगल क्लाउड कई तरह की सेवाएं देता है, जैसे:
- डेटा रखने और डेटाबेस बनाने की सुविधा
- कंप्यूटर और वर्चुअल मशीनें चलाने की सुविधा
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग के टूल्स
- डेटा को समझने और बड़े डेटा पर काम करने की सुविधा
- गूगल की सदस्यताएं, प्लेटफॉर्म और डिवाइस: इस कैटेगरी में Google की वो सेवाएं आती हैं जिनके लिए लोग पैसे देते हैं और उसके जो हार्डवेयर वाले प्रोडक्ट हैं। कुछ मुख्य उदाहरण हैं:
- यूट्यूब प्रीमियम: ये एक ऐसी सर्विस है जिसके लिए पैसे देने पर आप बिना विज्ञापन के वीडियो देख सकते हैं, वीडियो डाउनलोड कर सकते हैं और बैकग्राउंड में भी चला सकते हैं।
- गूगल वन: ये गूगल की स्टोरेज सर्विस है जिसके लिए पैसे देने पर आपको जीमेल, गूगल फोटो और गूगल ड्राइव में ज्यादा जगह मिलती है।
- गूगल वर्कस्पेस (पहले जी सूट): ये कंपनियों के लिए ईमेल, डॉक्यूमेंट बनाने, डेटा स्टोर करने और दूसरे काम करने के टूल्स का एक सेट है जिसके लिए पैसे देने पड़ते हैं।
- हार्डवेयर प्रोडक्ट: इसमें पिक्सल स्मार्टफोन, नेस्ट स्मार्ट होम डिवाइस, क्रोमकास्ट और गूगल के बनाए हुए दूसरे डिवाइस शामिल हैं। हालांकि विज्ञापन के मुकाबले इनसे कम कमाई होती है, लेकिन ये भी गूगल की टोटल कमाई में थोड़ा हिस्सा डालते हैं।
- गूगल प्ले स्टोर: गूगल प्ले स्टोर एंड्रॉइड फोन में ऐप्स, गेम, मूवी, गाने और किताबें डाउनलोड करने की जगह है। गूगल इस प्लेटफॉर्म पर जो ऐप्स और डिजिटल चीजें बिकती हैं, उनसे कमीशन कमाता है।
- दूसरे दांव: अल्फाबेट के अंडर में कुछ और कंपनियां और प्रोजेक्ट भी हैं जिन्हें “दूसरे दांव” कहते हैं। इनमें बिना ड्राइवर वाली कार बनाने वाली कंपनी वेमो, मेडिकल साइंस कंपनी वेरिली और इंटरनेट सर्विस देने वाली गूगल फाइबर जैसी कंपनियां शामिल हैं।
अभी इनमें से कई प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है और ये ज्यादा पैसे नहीं कमा रही हैं, लेकिन भविष्य में ये अल्फाबेट के लिए कमाई का नया जरिया बन सकती हैं।

गूगल की कमाई क्यों बढ़ रही है:
गूगल की कमाई लगातार बढ़ने के कई कारण हैं:
- डिजिटल विज्ञापन का बढ़ता बाजार: आजकल ज्यादा से ज्यादा कंपनियां ऑनलाइन मार्केटिंग कर रही हैं, इसलिए डिजिटल विज्ञापन का बाजार बढ़ रहा है और गूगल को इसका बहुत फायदा मिल रहा है।
- यूट्यूब की पॉपुलैरिटी: यूट्यूब दुनिया का सबसे बड़ा वीडियो देखने का प्लेटफॉर्म है और इसके विज्ञापन से होने वाली कमाई लगातार बढ़ रही है।
- क्लाउड सेवाओं की बढ़ती मांग: कंपनियां अब अपना डेटा और काम इंटरनेट पर स्टोर कर रही हैं, जिससे गूगल क्लाउड की कमाई बढ़ रही है।
- सदस्यता सेवाओं का विकास: यूट्यूब प्रीमियम और गूगल वन जैसी सेवाओं को ज्यादा लोग खरीद रहे हैं, जिससे गूगल को लगातार पैसे मिलते रहते हैं।
- नए प्रोडक्ट और सेवाओं का विस्तार: गूगल लगातार नए प्रोडक्ट और सेवाएं लॉन्च कर रहा है, जो आगे चलकर कमाई के नए तरीके बन सकते हैं।
सीधी बात ये है कि गूगल एक बहुत बड़ी कंपनी है जो सबसे ज्यादा पैसा विज्ञापन से कमाती है। उसका विज्ञापन का बिजनेस दुनिया में सबसे बड़ा है, जो लाखों कंपनियों को अपने सही ग्राहकों तक पहुंचने में मदद करता है।
इसके अलावा, गूगल क्लाउड, सदस्यता वाली सेवाएं, हार्डवेयर प्रोडक्ट और गूगल प्ले स्टोर भी उसकी कमाई में थोड़ा-थोड़ा हिस्सा डालते हैं। लगातार नई चीजें करने और ऑनलाइन दुनिया में अपनी मजबूत पकड़ के कारण, गूगल आने वाले सालों में भी खूब पैसे कमाता रहेगा।
ये समझना कि गूगल कैसे पैसे कमाता है, हमें ये जानने में मदद करता है कि ये बड़ी कंपनी कैसे चलती है और डिजिटल दुनिया कैसे काम करती है।
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