TODAY’S THOUGHT 

ज़िंदगी वही है जहाँ आप हार मानने की बजाय फिर से खड़े हो जाते हैं।

Law of Divine Oneness को कैसे अपनाएं

Facebook
Twitter
LinkedIn
Pinterest
Pocket
WhatsApp
Law of Divine Oneness

Law of Divine Oneness एक ऐसा विचार है जो हमें बताता है कि इस पूरे Universe में सब कुछ आपस में जुड़ा हुआ है। यह कहता है कि हम, पेड़-पौधे, जानवर, तारे, planets – हर एक चीज़ एक ही बड़ी power या energy का हिस्सा है। सोचिए जैसे एक बहुत बड़ा परिवार होता है, जिसमें कई सदस्य होते हैं, लेकिन सबका खून तो एक ही होता है ना? वैसे ही, हम सब अलग-अलग दिखते हैं, लेकिन गहराई में हम सब एक ही “दिव्य” चीज़ से जुड़े हुए हैं।
यह Law of Divine Oneness हमें यह समझने में मदद करता है कि हम इस दुनिया में अकेले नहीं हैं। हम सब मिलकर एक बहुत बड़ा जाल बनाते हैं, जहाँ हर एक धागा दूसरे से जुड़ा हुआ है। जब आप एक धागे को खींचते हैं, तो उसका असर दूसरे धागों पर भी पड़ता है। इसी तरह, हमारी हर सोच, हर काम का असर सिर्फ हम पर ही नहीं, बल्कि इस पूरे Universe पर कहीं न कहीं ज़रूर होता है।
कल्पना कीजिए कि आप एक सपने में हैं। सपने में आपको बहुत सारी अलग-अलग चीजें दिखाई देती हैं – लोग, जगहें, घटनाएं। लेकिन सच तो यह है कि वह सब कुछ आपके ही दिमाग की उपज है। वह सब कुछ आपसे ही जुड़ा हुआ है। Law of Divine Oneness कुछ ऐसा ही कहता है। यह Universe एक तरह का बड़ा सपना है, और हम सब उस सपने के अलग-अलग हिस्से हैं, लेकिन सबका स्रोत एक ही है।

यह Law हमे क्या सिखाता हैं:-

Law of Divine Oneness हमें ज़िंदगी को एक अलग नज़रिए से देखने की सीख देता है। इसके कुछ main types इस प्रकार हैं:

सबके लिए प्यार और सम्मान: जब हम यह जान जाते हैं कि सब एक ही हैं, तो हमारे मन में सबके लिए प्यार और सम्मान पैदा होता है। हम दूसरों को अपने से अलग नहीं मानते, बल्कि अपने ही हिस्से की तरह देखते हैं। हम उनकी खुशियों में खुश होते हैं और उनके दुखों में दुखी।

किसी को चोट न पहुँचाना: अगर हम सब एक ही हैं, तो किसी और को तकलीफ देना खुद को तकलीफ देने जैसा है। इसलिए यह Law हमें सिखाता है कि हमें किसी भी जीव को, चाहे वह इंसान हो या जानवर, पेड़ हो या पौधा, किसी भी तरह से नुकसान नहीं पहुँचाना चाहिए। हमें सबके साथ शांति और सद्भाव से रहना चाहिए।

जिम्मेदारी का एहसास: क्योंकि हमारी हर क्रिया का असर पूरे Universe पर पड़ता है, इसलिए हमें अपनी हर क्रिया के प्रति जिम्मेदार होना चाहिए। हमें ऐसे काम करने चाहिए जो Positive हों और दूसरों के लिए अच्छे हों। हमें इस धरती का और इसके सभी जीवों का ध्यान रखना चाहिए।

आध्यात्मिक विकास: Law of Divine Oneness हमें अपनी पहचान को सिर्फ अपने शरीर और मन तक सीमित न रखने की प्रेरणा देता है। यह हमें यह जानने के लिए प्रेरित करता है कि हम एक बड़ी आध्यात्मिक शक्ति का हिस्सा हैं। इसे समझने से हमारी आध्यात्मिक तरक्की होती है और हम जीवन के गहरे रहस्यों को जान पाते हैं।

डर और अलगाव से मुक्ति: अक्सर हमें अकेलापन और डर इसलिए महसूस होता है क्योंकि हम खुद को दूसरों से अलग मानते हैं। लेकिन जब हम Divine Oneness  के सत्य को जान लेते हैं, तो हमें यह एहसास होता है कि हम कभी भी अकेले नहीं हैं। हम एक बड़ी और प्रेममयी शक्ति से हमेशा जुड़े रहते हैं। इससे हमारा डर कम होता है और हमें शांति मिलती है।

Law of Divine Oneness को जिंदगी में कैसे अपनायें:-

law of divine
Law of Divine Oneness  सिर्फ एक सोचने वाली बात नहीं है, इसे हम अपनी ज़िंदगी में महसूस भी कर सकते हैं। यहाँ कुछ तरीके दिए गए हैं:
शांत मन से बैठना (ध्यान): हर दिन थोड़ी देर शांत मन से बैठें और अपने अंदर की आवाज़ सुनें। यह आपको उस गहरी शांति और जुड़ाव को महसूस करने में मदद करेगा जो हम सबके अंदर मौजूद है।
प्रकृति से प्यार: पेड़-पौधों, जानवरों और पूरी प्रकृति के साथ समय बिताएँ। उनकी सुंदरता और शांति को महसूस करें। यह आपको ब्रह्मांड के साथ अपने संबंध को समझने में मदद करेगा।
दूसरों की मदद करना: जब आप किसी और की मदद करते हैं, तो आप उस एकता को महसूस करते हैं जो हम सबको जोड़ती है। दूसरों के प्रति दयालु और मददगार बनें।
धन्यवाद कहना: अपनी ज़िंदगी में जो कुछ भी अच्छा है, उसके लिए हर दिन धन्यवाद महसूस करें। यह आपको यह देखने में मदद करेगा कि आप कितने जुड़े हुए हैं और आपको कितनी चीजें मिली हुई हैं।
अपने अंदर झाँकना: खुद को जानने की कोशिश करें। आप सिर्फ यह शरीर और मन नहीं हैं, आप उससे कहीं ज़्यादा हैं। अपनी सच्ची पहचान को जानने से आप दिव्य एकता को बेहतर ढंग से समझ पाएँगे।
सबके प्रति अच्छा व्यवहार: हर किसी के साथ, चाहे वह अमीर हो या गरीब, दोस्त हो या दुश्मन, अच्छा व्यवहार करें। याद रखें, सब उसी एक ही स्रोत से आए हैं।
खुद को माफ करना और दूसरों को माफ करना: जब हम खुद को और दूसरों को माफ कर देते हैं, तो हम अपने अंदर की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करते हैं और एकता के भाव को बढ़ाते हैं।
थोड़ा और गहराई में:
Law of Divine Oneness  यह भी कहता है कि energy कभी destroy नहीं होती, सिर्फ बदलती है। जिस Divine Energy से हम सब बने हैं, वह हमेशा रहेगी, बस उसका रूप बदलता रहेगा। जैसे पानी भाप बनकर उड़ जाता है, फिर बादल बनता है और फिर बारिश की बूंदों के रूप में वापस आता है, वैसे ही हमारी आत्मा भी अलग-अलग रूपों में इस Universe का हिस्सा बनी रहती है।
यह Law हमें यह भी सिखाता है कि Universe में कोई भी घटना अलग से नहीं होती। हर चीज़ एक कारण और प्रभाव के Rule से जुड़ी हुई है। हमारी सोच और हमारे कर्म इस Universe में ऊर्जा की लहरें पैदा करते हैं, जो घूमकर हम तक किसी न किसी रूप में वापस आती हैं। इसलिए, हमें हमेशा Positive और प्रेमपूर्ण विचार रखने चाहिए और अच्छे कर्म करने चाहिए।
Law of Divine Oneness  एक बहुत ही सुंदर और गहरा विचार है। यह हमें यह याद दिलाता है कि हम सब अकेले नहीं हैं, बल्कि एक विशाल और अद्भुत Universal  परिवार का हिस्सा हैं। जब हम इस Law को समझते हैं और अपनी ज़िंदगी में लाते हैं, तो हम ज़्यादा प्यार करने वाले, ज़्यादा दयालु और ज़्यादा जिम्मेदार इंसान बनते हैं। हम इस धरती और इसके सभी जीवों का बेहतर ध्यान रखते हैं और एक ऐसी दुनिया बनाते हैं जहाँ शांति और सद्भाव होता है। तो आइए, हम सब मिलकर इस एकता के भाव को फैलाएँ और एक बेहतर भविष्य की ओर कदम बढ़ाएँ। क्योंकि सच तो यही है कि हम सब एक हैं।

अगर आपको यह जानकारी उपयोगी लगी हो, तो JatinInfo को सब्सक्राइब करना न भूलें। हम इसी तरह के और भी Informational Blogs लाते रहेंगे।
आपका साथ ही हमारी ताकत है!

यह जानकारी आपको उचित लगी तो शेयर करना ना भूले अपने दोस्तों ओर परिवार जनों के साथ जरूर साझा करे।

Facebook
Twitter
LinkedIn
Pinterest
Pocket
WhatsApp

Never miss any important news. Subscribe to our newsletter.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Loading RSS Feed